У нас вы можете посмотреть бесплатно सोमनाथ , द्वारकाधीश , नागेश्वर Tour Guide 🙏🏼 ||Somnath & Nageshwer Jyotirling, Dwarkadhish Temple || или скачать в максимальном доступном качестве, которое было загружено на ютуб. Для скачивания выберите вариант из формы ниже:
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गुजरात के वेरावल बंदरगाह में स्थित सोमनाथ ज्योतिर्लिंग के बारे में ज़रूरी जानकारीः यह भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से पहला ज्योतिर्लिंग है. मान्यता है कि इस मंदिर का निर्माण चंद्रदेव ने करवाया था. सोमनाथ मंदिर की महिमा का ज़िक्र ऋग्वेद, महाभारत, श्रीमद्भागवत, और स्कंद पुराण में मिलता है. इस मंदिर को तीन हिस्सों में बांटा गया है - गर्भगृह, सभामंडप, और नृत्य मंडप. इस मंदिर के शिखर पर 10 टन का कलश है और ध्वजा 27 फ़ीट ऊंची है. सोमनाथ मंदिर में भगवान गणेश का मंदिर भी है. इस मंदिर के परिसर में देवी पार्वती, देवी सरस्वती, देवी लक्ष्मी, माता गंगा, और नंदी की मूर्तियां भी हैं. मान्यता है कि सोमनाथ मंदिर के दर्शन से भक्तों को मोक्ष की प्राप्ति होती है. इस मंदिर को 17 बार नष्ट किया गया है और हर बार इसे फिर से बनाया गया है. साल 1026 में सुल्तान महमूद गज़नवी ने इस मंदिर को लूटकर नष्ट कर दिया था | द्वारकाधीश मंदिर भगवान श्री विष्णु के आठवे अवतार भगवान श्री कृष्णा को समर्पित है। मंदिर भारत के गुजरात के द्वारका में स्थित है। मंदिर 72 स्तंभों द्वारा समर्थित और 5 मंजिला इमारत का मुख्य मंदिर, जगत मंदिर या निज मंदिर के रूप में जाना जाता है, पुरातात्विक निष्कर्ष यह बताते हैं कि यह 2,200 - 2,500 साल पुराना है। नागेश्वर ज्योतिर्लिंग गुजरात के द्वारका धाम से 17 किलोमीटर बाहरी क्षेत्र में स्थित है. नागेश्वर का अर्थ है नागों के देवता. जिन लोगों की कुंडली में सर्प दोष होता है उन्हें यहां धातुओं से बने नाग-नागिन अर्पित करना चाहिए, मान्यता है इससे नाग दोष से छुटकारा मिल जाता है.