У нас вы можете посмотреть бесплатно Goga navmi क्यों मनाई जाती हैं।जाहर गोगा जी का इतिहास।गोगा के निशान की सचाई।नागों से रक्षा।नागपंचमी или скачать в максимальном доступном качестве, которое было загружено на ютуб. Для скачивания выберите вариант из формы ниже:
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goga navmi and history of jahar goga ji गोगा नवमी और जाहर गोगा जी का इतिहास गोगा नवमी एक प्रमुख हिन्दू त्योहार है जो विशेष रूप से हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के कुछ हिस्सों में मनाया जाता है। यह त्योहार विशेष रूप से गोगा जी की पूजा के लिए समर्पित होता है। गोगा नवमी का आयोजन भाद्रपद माह की नवमी तिथि को किया जाता है, जो आमतौर पर अगस्त-सितंबर के बीच आता है। जाहर गोगा जी का इतिहास जाहर गोगा जी एक प्रसिद्ध लोक देवता हैं, जिन्हें भारत के कुछ हिस्सों में सांस्कृतिक और धार्मिक श्रद्धा से पूजा जाता है। उनका नाम विशेष रूप से गोगा नाथ के रूप में भी जाना जाता है। वे एक ऐतिहासिक और धार्मिक चरित्र हैं, जिनका संबंध विशेष रूप से नाग जाति से जोड़ा जाता है। उनके बारे में मान्यता है कि वे एक शक्तिशाली नाग देवता थे और अपने जीवन में उन्होंने अनेक ऐतिहासिक कार्य किए थे। जाहर गोगा जी के बारे में मान्यता है कि उन्होंने अपनी योग्यता और शक्ति के कारण कई कठिनाइयों को पार किया और लोगों की सहायता की। वे अपनी विशेष शक्तियों और दिव्य शक्तियों के लिए प्रसिद्ध हैं। गोगा नवमी के दिन, भक्त उन्हें विशेष पूजा अर्चना और भजन कीर्तन के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। इस दिन विशेष रूप से गोगा जी की तस्वीर या प्रतिमा के सामने विशेष पूजा की जाती है, और भक्त इसे बड़े श्रद्धा भाव से मानते हैं। गोगा नवमी के अवसर पर कई मंदिरों और धार्मिक स्थानों पर भव्य आयोजन किए जाते हैं, जिसमें विशेष पूजा, यज्ञ और भजन कीर्तन होते हैं। इस प्रकार, गोगा नवमी गोगा जी के प्रति श्रद्धा और आस्था को प्रकट करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।