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jai chandika devi #namaste_pahaad विजयदशमी के शुभ अवसर पर तल्लानागपुर पट्टी के दशज्यूला क्षेत्र की अधिष्ठात्री मां चण्डिका दिवारा (बन्याथ) यात्रा के लिए निकले थी । आगामी नौ माह तक मां चारों दिशाओं में भ्रमण कर अपने भक्तों को दर्शन देगी। इस आयोजन को लेकर क्षेत्र में उत्साह का माहौल है। शुक्रवार को महड़ स्थित चंडिका महादेव मंदिर में विधि-विधान और परम्परा के साथ मां चंडिका की दिवारा यात्रा शुरू हुई। पहले दिन चंडिका मां ने दडखिना पर्वत से अलकनंदा नदी के दर्शन किए और अपने पूरे क्षेत्र और मायके का अवलोकन किया। साथ ही पुजारियों द्वारा वन देवियों की पूजा-अर्चना की गई। इसके बाद देवी ने महड़ तल्ला में रात्रि प्रवास किया। शनिवार को मां चंडिका अपने मायका आगर-जवाड़ी में प्रवास करेगी। यात्रा पर निकलने से पूर्व देवी की ब्रम्ह डोली और फर्स (देवी की काष्ठ प्रतिमा) में प्राण प्रतिष्ठा की गई। करीब 92 वर्ष बाद मां चंडिका दिवारा यात्रा पर निकली है। अपने नौ माह की यात्रा में मां चंडिका अपने 24 गांवों के अलावा धियाणी गांवों में भी अपने भक्तों को आशीर्वाद देगी। पहले दिन मां चंडिका के दर्शन के लिए हजारों की संख्या में भक्त मौजूद थे। मां चंडिका के दिवारा यात्रा पर निकलते ही माहौल भक्तिमय बन गया। जय मां चंडिका दिवारा समिति के अध्यक्ष धीर सिंह,भजन सिंह खत्री सुभाष चौहान ने बताया कि महड़ गांव स्थित मां चंडिका का मन्दिर का निर्माण 13वीं शताब्दी में हुआ था। तब से दिवारा यात्रा की परंपरा चली आ रही है। एक निश्चित समय बाद देवी दिवारा यात्रा पर निकलनी है और अपने भक्तों को आशीष देती है। उन्होंने कहा कि मां चंडिका की पूरे क्षेत्रवासियों पर कृपादृष्टि बनी रहती है। देवी की दिवारा यात्रा में शामिल होने के किये बड़ी संख्या में प्रवासी भी पहुंचते हैं। thanks for watching जय चंडिका मां #hema_negi #merupahaadmeruMuluk