У нас вы можете посмотреть бесплатно आओ राधागोविंद प्यारा आओ जी, में पकड़ूला चरखी थे तो पतंग उड़ाओ जी || Aao Radha Govind Pyara aao ji || или скачать в максимальном доступном качестве, которое было загружено на ютуб. Для скачивания выберите вариант из формы ниже:
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आओ राधागोविंद प्यारा आओ जी, में पकड़ूला चरखी थे तो पतंग उड़ाओ जी।। आवो गोबिन्द प्यारा आवो जी, *मैं पकडूंला चरखी थे तो पतंग उडावो जी*।। (टेर) ।। चन्द्रमहल रा डागळा सूं, देखो राधा राणी। सखियां रै संग पतंग उडावै, कर-कर खैंचा-ताणी। थे बी पचरंगी लहरावो जी, *मैं पकडूंला चरखी थे तो पतंग उडावो जी*।। ।। लाल गुलाबी नीली पीळी, चमकीली अर भूरी। राधा जी की सैं सूं ऊंची, बा देखो अंगूरी। थोड़ो उण्डिनै दरसावो जी, *मैं पकडूंला चरखी थे तो पतंग उडावो जी*।। ।। चान्दधारी, आसमानी, आंखल, पट्टीदार। डेढकन्नी, दडियल, पडियल, बढिया मांगलदार। चायै जिमैं तंग डलवावो जी, *मैं पकडूंला चरखी थे तो पतंग उडावो जी*।। ।। जगमोहन रा डागळा सूं, आपांं करस्यांं लम्बी। राधा जी जद देखैली तो, होवै निरी अचम्भी। पाछै सह मं पेंच लडावो जी, *मैं पकडूंला चरखी थे तो पतंग उडावो जी*।। ।। राधागोबिन्द पतंग उडावै, बलिहारी नर-नार। नील-गगन मं उड रयी सरपट, हो रयी जै-जैकार। आणन्द सब नै ई लुटवावो जी, *मैं पकडूंला चरखी थे तो पतंग उडावो जी*।। ।। तान सुणावै राधागोबिन्द, बन्सी मधुर बजा'र। परमानंद में 'नवल' सुनावै, चरणांं मं सिर नवा'र। सबकी कटी पतंग लिपटावो जी, *मैं पकडूंला चरखी थे तो कनख उडावो जी*।। ।। #radhakrishna #radhagovinddham #radhagovind #radhagovinddevji