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अन्धी भिखारिन ने झोपड़ी में एक हांडी छुपा रखी थी I Hindi Film I "Bhikharin" By Rabindranath Tagore I 5 лет назад


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अन्धी भिखारिन ने झोपड़ी में एक हांडी छुपा रखी थी I Hindi Film I "Bhikharin" By Rabindranath Tagore I

Channel- Sunil Batta Films Rabindranath Tagore Story "Bhikharin" रविन्द्रनाथ टैगौर की कहानी " भिखारिन " Produced by Sunil Batta, Directed by- Sunil Batta & Mohd. Faisal Riaz, Story- Rabindranath Tagore , Screen Play- Pradeep Srivastava, Music-Krishan Swaroop, Camera-Chandreshwar Singh Shanti, Graphics & Background Music- M Faisal Riaz, Production Controller- Shahwaz Hussain, Production Manager- Puneet Pandey,Editors-Mohd Faisal Riaz,Vijay Diwaker, Costume- Nizam Hussain, Play-back singer- Swati Rizvi, Light- Guddu Verma, Asst. Director- Prachi Srivastava, Vinay Agrahari, Camera Asst.- Runak Pal,Kuldeep Shukla, Cast- Noor Ahmed Tuba, Asifa Zaman, Faiz Khan, Nizam Hussain, Shahnawaz Hussain, Aakash Balmiki, Puneet Pandey, Simran Nisha. Synopsis of the Film- यह इसका रोज का नियम है……मंदिर के द्वार पर खड़े रहना और श्रद्धालुओं के आगे हाथ फैलाकर विनती करना……बाबू……अन्धी पर कुछ दया हो जाए यह ……जानती है कि मंदिर में आने वाले नेकदिल और श्रद्धालु हुआ करते हैंइस……का यह अनुमान असत्य भी नहीं है……आने-जाने वाले दो-चार पैसे इसके हाथ पर रख ही देते हैं अन्धी……उनको दुआएं देती और उनकी भलमनसाहत को सराहती……स्त्रियां भी इसके पल्ले में थोड़ा बहुत अनाज डाल जाया करती है……इसी वजह से सालों साल से चल रहे इस नियम से मंदिर की चैखट पर आने वाली यह अंधी भिखारिन पार्वती कभी निराश नहीं लौटी……इसके लिए तो ईश्वर ना जाने कितने रुपों में आकर इसकी खाली झोली भरता है……झोपड़ी के समीप पहुंचते ही एक दस वर्ष का लड़का उछलता कूदता आता और इस अंधी भिखारिन से चिपट जाता……अंधी टटोलकर उसके मस्तक को चूमती……यह बच्चा कौन है ? किसका है ? कहां से आया ? इस बात से कोई परिचित नहीं…… हाँ पांच वर्ष पहले तक तो पास-पड़ोस वालों ने पार्वती को अकेला ही देखा था……एकाएक उन्हीं दिनों एक दिन संध्या समय लोगों ने इसकी गोद में एक बच्चा देखा……वह रो रहा था……अन्धी पार्वती उसका मुख चूम-चूम कर उसे चुप कराने का प्रयत्न कर रही थी…यह कोई असाधारण घटना न थी अतः किसी ने भी न पूछा……कि बच्चा किसका है……उसी दिन से यह बच्चा अन्धी के पास है और प्रसन्न है……पार्वती बच्चे को अपने से अच्छा खिलाती है और पहनाती है अब दोनों माँ बेटा खुश है……अन्धी ने अपनी झोपड़ी में एक हांडी छुपा रखी थी……सुबह से शाम तक जो कुछ मांगकर लाती……उसमें डाल देती……वह उसे सब से छिपाकर रखती कि कहीं किसी दूसरे व्यक्ति की दृष्टि उस पर न पड़े……खाने के लिए अन्न काफी मिल जाता था……उससे काम चलाती……पहले बच्चे को पेट भरकर खिलाती……फिर स्वयं खाती रात में बच्चे ……को अपने वक्ष से लगाकर सो जाती……प्रातःकाल होते ही बच्चे को खिला-पिलाकर फिर मन्दिर के द्वार पर जा खड़ी होती……काशी के सेठ बनारसी दास बहुत प्रसिद्ध व्यक्ति हैं……बच्चा-बच्चा इनकी कोठी से परिचित है……वह बहुत बड़े देशभक्त और धर्मात्मा हैं……धर्म में इनकी बड़ी रूचि है……दिन के बारह बजे तक सेठ स्नान-ध्यान में संलग्न रहते……कोठी पर हर समय भीड़ लगी रहती……कर्ज के इच्छुक तो आते ही थे……परन्तु ऐसे व्यक्तियों का भी तांता बंधा रहता जो अपनी जमा पूंजी सेठजी के पास धरोहर के रूप में रखने आते……सैकड़ों भिखारी भी अपनी जमा-पूंजी इन्हीं सेठजी के पास जमा कर जाते……अन्धी को भी यह बात ज्ञात थी……किन्तु पता नहीं अब तक वह अपनी कमाई……यहां जमा कराने से क्यों हिचकती रही……उसके पास काफी रुपए हो गए थे……हांडी लगभग पूरी भर गयी थी……अब उसे शंका थी कि कहीं कोई इसे चुरा न ले……अगले दिन सुबह अन्धी वह हांडी अपने फटे हुए आंचल में छिपाकर सेठजी को कोठी पर जा पहुँची……छोटी सी दुनिया छोटे से सपने……जहाँ संतोष होता है……वहां सुख होता है और ये ही सुखों की पूँजी पार्वती की धरोहर थी तभी……तो सेठ जी के पास अपनी कमाई जमा करने के बाद वो निश्चित थी वो ही मंदिर का चबूतरा वो ही……झोपड़ी हालांकि…… ये सब कुछ अंधी के लिए एक अंधेरे के सिवा कुछ न था लेकिन उसकी दुनिया तो मोहन से आबाद थी और देखते-देखते 2 बरस कैसे पंख लगा के उड़ गए और फिर….....रविन्द्रनाथ टैगौर की कहानी " भिखारिन " Please watch our other Fiction videos & enjoy : ~-~~-~~~-~~-~ Hindi Movie Triyacharitra | A heart touching story Written by Munshi Premchand | "त्रियाचरित्र" वक्त का बेपरवाह पंक्षी….कुछ इस बेमुख्वती से अपनी उड़ान तब्दील करता है कि सुख और दुख का आकाश अनायास बदल जाता…..कभी ये अच्छे दिनों की शाखा पर बैठता है……तो कभी गर्दिश की डाल पर……..    • अबोध बच्चे….पूरी दुनिया….और वो अकेली ...   ~-~~-~~~-~~-~ दिल दहला देने वाली सत्य कथा पर आधारित Bollywood Hindi Full Movie “AMMA” On Basis Of True Story, Star Cast- Ayesha Jhulka, Yashpal Sharma, Sanjay Mishra , Facts are indeed stranger and some times much more shocking than fiction,Amma is based on a heart rending true story of a real life character. There was just one way to save her daughter……….    • दिल दहला देने वाली सत्य कथा पर आधारित...   ~-~~-~~~-~~-~ Hindi Movie written by Munshi Premchand I "Nairashya" Full Movie । प्रेमचंद की कहानी "नैराश्य" ये कहानी है निरुपमा की जिसकी तीन बेटियां हैं…..और पति,सास, ससुर सबको वंश की चिंता है…….निरुपमा सारे जतन करती है पर……अन्त में फिर लड़की हुई….सुन सास को जहां सांप-सूंघ जाता है…..पति जहां हलवाइयों से पकवान बनवा रहा था का हाथ रुक जाता है वहीं निरुपमा की जच्चगी में ही सांस रुक जाती है…….. In Nayrashya the writer once again hits out strongly at a very condemnable social evil prevalent in Indian in Indian families which makes women's life miseable.    • Видео   ~-~~-~~~-~~-~ #রবীন্দ্রনাথ #RabindranathTagore #रविन्द्रनाथटैगौर #HindiSerial #HindiFilm #HindiMovies #ShortHindiFilms

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