У нас вы можете посмотреть бесплатно Ratana sutta Ratanasuttaरतनसुत्त पठण ( original audio belongs to Pali department Mumbai University) или скачать в максимальном доступном качестве, которое было загружено на ютуб. Для скачивания выберите вариант из формы ниже:
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#ratanasutta #रतनसुत्त पठण #dhammakipathshala रतन सुत्त - हिंदी अनुवाद [*संक्षिप्त पृष्ठभूमि* : रतन सूत्र में बुद्ध, धम्म और संघ के अद्भुत गुणों से संबंधित १३ सत्य हैं। इन सत्यों के तेज से, बुद्ध भगवान के समय वैशाली नगरी रोग और अन्य भयंकर संकटों से मुक्त हुई थी। आज जब कोविड महामारी फैल रही है, रतन सुत्त का पाठ और उसके साथ ध्यान करने से हम अपने परिसर को इस महामारी का सामना करने में मदद कर सकते हैं। ] पूर्ण सुत्त जो भी प्राणी यहां एकत्रित हैं - धरती के अथवा आकाश के, वे सभी प्रसन्न चित्त हों और हमारे इस कथन को ध्यान पूर्वक सुनें ।।१।। मनुष्य - जो आपके भोजनादि की दिन रात व्यवस्था करते हैं, उनसे मैत्री करें और उनकी सतत और सावधानी पूर्वक रक्षा करें ।।२।। पृथ्वी में या स्वर्ग में, जो भी संपत्ति है या रतन है उसमें से कोई भी बुद्ध के समान नहीं है । यह बुद्ध में उत्तम रत्न है, इस सत्य के प्रभाव से सभी स्वस्थ और सुखी हों ।। ३ ।। जिस धर्म के मार्ग पर चलकर भगवान बुद्ध ने अपने सारे विकारों को नष्ट किया और निर्वाण का सुख प्राप्त किया उस अमृत निर्वाण अवस्था के समान कुछ नहीं है। यह भी धर्म में उत्तम रत्न है, इस सत्य से सबका भला हो ।। ४ ।। भगवान बुद्ध ने सम्यक् समाधि की प्रशंसा की और कहा की ये श्रेष्ट है, शुद्ध है, और तुरंत फल देनेवाली है। इस समाधि के समान और कोई समाधि नहीं है । यह भी धर्म में उत्तम रत्न है, इस सत्य से सबका भला हो ।। ५ ।। जिन आठ प्रकार के आर्य प्राणियों की संतों ने प्रशंसा की है वे सभी बुद्ध के शिष्य दक्षिणा देने योग्य हैं उन्हें दिए हुए दान का महा-फल मिलता है यह भी संघ में उत्तम रत्न है, इस सत्य के प्रभाव से सबका भला हो ।। ६ ।। जो सत्पुरुष अपने मन को दृढ़ करके निष्काम होकर, गौतम बुद्ध की शिक्षा के अनुसार काम करते हैं वह अंतिम अवस्था को प्राप्त कर, अमृत में डुबकी लगाकर निर्वाण-सुख का आस्वाद लेते हैं । यह भी संघ में उत्तम रत्न है, इस सत्य के प्रभाव से सबका भला हो ।। ७ ।। जैसे ज़मीन में दृढ़ता से गड़ा हुआ खम्भा चारों तरफ़ से आती हुई हवाओं से बिल्कुल नहीं हिलता, ऐसे ही हैं वह सत्पुरुष जो चार आर्य-सत्यों को गहराई से समझ लेते हैं । यह भी संघ में उत्तम रत्न है, इस सत्य के प्रभाव से सबका भला हो ।। ८ ।। जिन्होंने परम प्रज्ञावान भगवान बुद्ध द्वारा समझाए हुए चार आर्य सत्यों का दर्शन कर लिया वे यदि किसी कारण से थोड़े प्रमादी भी हो जाएँ तो भी उनका आठवाँ जन्म नहीं हो सकता (अधिक से अधिक सात जन्मों में मुक्त हो जाते हैं) यह भी संघ में उत्तम रत्न है, इस सत्य के प्रभाव से सबका भला हो ।। ९ ।। निर्वाण मैं डुबकी लगते ही (श्रोतापन्न बनने पर) तीन बंधन छूट जाते हैं सत्कायदृष्टि (आत्म सम्मोह), विचिकित्सा (मार्ग और विधि के बारें में संशय), और शील व्रत परामर्श (व्रत, कर्मकांड जैसी बातों से मुक्ति मिलेगी यह धारणा) ।। १० ।। निर्वाण मैं डुबकी लगते ही (श्रोतापन्न बनने पर) चारों दुर्गतियों से पूर्ण छूटकरा हो जाता है और छह घोर पाप कर्म असम्भव हो जाते हैं । यह भी संघ में उत्तम रत्न है, इस सत्य के प्रभाव से सबका भला हो ।। ११ ।। यदि कोई आर्य व्यक्ति (जिसने निर्वाण का साक्षात्कार कर लिया), काया, वाचा अथवा मन से कोई पाप कर्म कर भी लेता है तो भी वह उसे छुपा नहीं सकता। यह भी संघ में उत्तम रत्न है, इस सत्य के प्रभाव से सबका भला हो ।। १२ ।। जैसे गर्मियों के पहले महीने में जंगल में पेड़ों के शिखर फूलों से खिल उठते हैं वैसे ही (उनका दिया) उत्तम धर्म का उपदेश (सबसे ऊँचे फल) निर्वाण तक ले जाने वाला, परम हितकारी है । यह भी बुद्ध में उत्तम रत्न है, इस सत्य के प्रभाव से सबका भला हो ।। १३ ।। श्रेष्ठ पुरुष (बुद्ध) , श्रेष्ठ पद (निर्वाण) को जानने वाले, श्रेष्ठ (धर्म) देने वाले, श्रेष्ठ धरम को लाने वाले, अतुलनीय श्रेष्ठ धर्म का उपदेश करने वाले, यह भी बुद्ध में उत्तम रत्न है, इस सत्य के प्रभाव से सबका भला हो ।। १४ ।। पुराने कर्म ख़त्म हो गए, नए कर्म बना नहीं सकते फिर जन्म लेने की इच्छा नहीं रही, तृष्णा सारी समाप्त हो चुकी ऐसे धैर्यवान अर्हन्त वैसे ही निर्वाण में चले जाते हैं जैसे (तेल ख़त्म होने पर) कोई दिया बुझ जाता है। यह भी संघ में उत्तम रत्न है, इस सत्य के प्रभाव से सबका भला हो ।। १५ ।। जो भी प्राणी यहां एकत्रित हैं, धरती के अथवा आकाश के, तथागत सभी देव और मनुष्यों को पूज्य हैं। बुद्ध को हम नमस्कार करते हैं ।। १६।। धर्म को हम नमस्कार करते हैं ।। १७ ।। संघ को हम नमस्कार करते हैं ।। १८ ।। 🙏🙏🙏 १। कृपया इस संदेश तो कोविड पीड़ित क्षेत्रों में विपशी साधकों तक पहुँचाएँ २। अन्य भाषाओं में रतन सुत्त परिचय और अनुवाद : https://t.me/ratanasutta