У нас вы можете посмотреть бесплатно Sarvashtak Varga se Faladesh सर्वाष्टक वर्ग से फलादेश или скачать в максимальном доступном качестве, которое было загружено на ютуб. Для скачивания выберите вариант из формы ниже:
Если кнопки скачивания не
загрузились
НАЖМИТЕ ЗДЕСЬ или обновите страницу
Если возникают проблемы со скачиванием, пожалуйста напишите в поддержку по адресу внизу
страницы.
Спасибо за использование сервиса savevideohd.ru
अष्टकवर्ग : फलित ज्योतिष की सरल विधि अष्टकवर्ग फलित ज्योतिष की सरल विधि आचार्य अविनाश सिंह प्रश्न: अष्टकवर्ग क्या है? उत्तर: प्रत्येक ग्रह अपना प्रभाव किसी निश्चित स्थान से दूसरे स्थान पर डालता है। इन प्रभावों को अष्टकवर्ग में महत्व देकर फलित करने की एक सरल विधि तैयार की गयी है। अष्टकवर्ग में राहु-केतु को छोड़कर शेष सात ग्रह (सूर्य से शनि) और लग्न सहित आठ को महत्व दिया गया है। इसलिए इस पद्धति का नाम अष्टकवर्ग है। प्रश्न: अष्टकवर्ग में रेखा और बिंदु से क्या अभिप्राय है? उत्तर: अष्टकवर्ग में ग्रह अपना जो शुभ या अशुभ प्रभाव भाव में छोड़ते हैं उसे ही रेखा और बिन्दु से जाना जाता है। रेखा शुभ प्रभाव को दर्शाती हैं और बिन्दु अशुभ प्रभाव को। लेकिन कहीं कहीं पर बिन्दु को शुभ और रेखा को अशुभ माना जाता है। प्रश्न: अष्टकवर्ग फलित करने में कैसे सहायक है, इस पर प्रकाश डालें। उत्तर: अक्सर देखने में आता है कि कुंडली में ग्रह अपने शुभ स्थानों पर हैं, शुभ योगों में हंै तो भी जातक को उस अनुसार फल प्राप्त नहीं होता। यह क्यों नहीं होता, इसका खुलासा अष्टकवर्ग करता है। अष्टकवर्ग में यदि ग्रह को शुभ अंक अधिक प्राप्त नहीं हैं भले ही वह उच्च का हो, स्वराशि में हो, मूलत्रिकोण पर हो, शुभ योगों में हो, वह ग्रह फल नहीं देगा। छः, सात, आठ अंक यदि ग्रह को भाव में प्राप्त हैं तो वह विशेष शुभ फल देगा। प्रश्न: कितने अंक (बिन्दु या रेखा) शुभ फल देने में सक्षम हंै? उत्तर: यदि ग्रह को चार अंकों से कम अंक भाव में प्राप्त हैं तो ग्रह अपना शुभ प्रभाव नहीं दे पाता। पांच से आठ अंक प्राप्त ग्रह क्रमशः शुभ प्रभाव देने में सक्षम होते हंै। प्रश्न: सर्वाष्टक वर्ग और भिन्नाष्टक वर्ग में क्या अंतर है? उत्तर: सभी नव ग्रहों के शुभ प्राप्त अंकों को जोड़ कर जो वर्ग बनता है उसे सर्वाष्टक वर्ग कहते हैं और भिन्न-भिन्न ग्रह को जो शुभ अंक प्राप्त हैं उन्हें भिन्नाष्टक कहते हैं। अष्टकवर्ग में किसी भाव में ग्रहों को जो कुल अंक प्राप्त होते हैं महत्व दोनों का ही है। ज्योतिष सम्बन्धी कोई भी प्रश्न पुछन्ने के लिए आज ही हमारा Android App Download करे Our Android App Downloading LInk : https://bit.ly/2Xi6xMc Website: https://jyotishshakti.com Social Accounts Facebook : / bhagyachakra1 Twitter : / bhagyachakra1 Instagram : / bhagyachakra1 More Videos:- शुक्र के बीज मंत्रो का जाप 108 बार ( 1 माला ) https://www.youtube.com/watch?v=2zWUd... होरा कुंडली कैसे देखे भाग -1 https://www.youtube.com/watch?v=nm8b-... होरा कुंडली कैसे देखे भाग -2 https://www.youtube.com/watch?v=QS4p9... हर्षल ग्रह के बारे मे जाने इसकी उच्च और नीच राशिया https://www.youtube.com/watch?v=NDY0D... नेप्च्यून और प्लूटो के बारे मे जाने https://www.youtube.com/watch?v=Bpu04... शनि की साढ़ेसाती https://www.youtube.com/watch?v=OJVi1... भाव चलित कुंडली कैसे देखे https://www.youtube.com/watch?v=NA-LD... आपकी महादशा कैसा फल देगी https://www.youtube.com/watch?v=jXWBq... सर्वाष्टक वर्ग से फलादेश https://www.youtube.com/watch?v=aESWZ... कुंडली मे 2-12 और 12-2 का संबंध https://www.youtube.com/watch?v=wgoMr...