У нас вы можете посмотреть бесплатно बधाणगढ़ी की देवी || Badhangadhi Ki Devi || Navratri Special Bhajan || Darshan Farswan || Jai Mata или скачать в максимальном доступном качестве, которое было загружено на ютуб. Для скачивания выберите вариант из формы ниже:
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Darshan Farswan Official Present "बधाणगढ़ी की देवी" मां दक्षिणेश्वर काली " बधाणगढ़ी" माता का मंदिर चमोली जनपद के ग्वालदम के पास स्थित है। मान्यताओं के अनुसार यह मंदिर कत्यूरी राजा द्वारा बनाया गया था। कुमाऊं बॉर्डर के नजदीक होने के कारण गढ़वाल तथा कुमाऊं दोनों के श्रद्धालु इस मंदिर में दर्शन हेतु आते हैं तथा चमोली जनपद की एक पट्टी इसी मंदिर के कारण बधाण पट्टी के नाम से जाने जाती है। Tital - बधाणगढ़ी की देवी Singer - Darshan Farswan Lyrics - Premchandra Devrari Chorus - Deepak Panwar Deepu & Mamta Music -Virendra Pawar (UK Studio) Rhytm - Mahesh Chand Video by - Sarvesh Choudhary Design by - Ravindra Badwani (riwaj films ) Drone footage - Vivek Rawat बधाणगढ़ी मंदिर उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित है एवम् यह मंदिर एक ताल में स्थित है जो कि ग्वालधाम से 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह मंदिर काफी ऊचाई पर स्थित है और बहुत ही सुंदर है । भगवान काली माता और भगवान शिव मंदिर (भगवान एक लिंग कहा जाता है) और कालीमाता मंदिर के मंदिर को “बधाण” कहा जाता है और यह मंदिर एक ही पहाड़ पर स्थित है इसलिए यही कारण है कि इस मंदिर को “बधाणगढ़ी मंदिर” कहा जाता है । यह मंदिर देवी काली को समर्पित है , जिसे दक्षिण कली और भगवान शिव के रूप में भी जाना जाता है | इस मन्दिर को कत्युरी वंश के शासन के दौरान बनाया गया था जिनका 8वी और 12वी शताब्दी तक इस क्षेत्र पर शासन था | यह मंदिर इस क्षेत्र का लोकप्रिय मंदिर भी है , जिसे चिल्ला घाटी भी कहा जाता है । बधाणगढ़ी मंदिर समुन्द्र स्तर से ऊपर 2260 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है | इस मंदिर के बारे में यह भी कहा जाता है कि यहाँ मांगी जाने वाले हर मनोकामना जरुर पूरी होती है | बधाणगढ़ी मंदिर से उत्तराखंड में कुछ प्रमुख चोटियों जैसे नंददेवी, त्रिशूल, पंचचुली जैसे कुछ लोगों के नाम पर भी एक मनोरम दृश्य प्राप्त हो सकता है । इस स्थान से ट्रैकिंग का आनंद भी लिया जा सकता है क्योंकि इस ताल से ट्रैक करना बहुत ही आसान होता है धन्यवाद 🙏🕉️