У нас вы можете посмотреть бесплатно जॉन ड्राइडन का सिद्धांत | जॉन ड्राइडन कौन थे | John dryden literary criticism | UGC NET/JRF/TGT/PGT или скачать в максимальном доступном качестве, которое было загружено на ютуб. Для скачивания выберите вариант из формы ниже:
Если кнопки скачивания не
загрузились
НАЖМИТЕ ЗДЕСЬ или обновите страницу
Если возникают проблемы со скачиванием, пожалуйста напишите в поддержку по адресу внизу
страницы.
Спасибо за использование сервиса savevideohd.ru
इस वीडियो में गोविंद पांडेय की वस्तुनिष्ठ हिन्दी पुस्तक से पाश्चात्य काव्यशास्त्र के अंतर्गत जॉन ड्राइडन का सिद्धांत / John dryden literary criticism की चर्चा की गई है। पिछली वीडियो का लिंक ~~ ------------------------------------- लोंजाइनस का उदात्त सिद्धांत स्वरूप तथा विवेचना👉 • लोंजाइनस का उदात्त सिद्धांत स्वरूप तथ... हिन्दी साहित्य का इतिहास-आदिकाल(सम्पूर्ण)👉 • हिन्दी साहित्य का इतिहास (सम्पूर्ण आद... हिन्दी साहित्य का इतिहास-भक्तिकाल (सम्पूर्ण)👉 • भक्ति काल - गोविन्द पांडेय || Bhakti ... हिन्दी साहित्य का इतिहास-रीतिकाल (सम्पूर्ण)👉 • रीतिकाल-मैराथन क्लास (सम्पूर्ण) Ritik... _________________________________________ जॉन ड्राइडन को अंग्रेजी की विश्लेषणात्मक समीक्षा का संस्थापक माना जाता है। विश्लेषणात्मक अर्थात किसी भी चीज के बारे में अधिक जानने के लिए उसे विस्तार से पढ़ना। उनसे पहले आलोचना की कोई व्यवस्थित परंपरा इंग्लैंड में नहीं थी हालांकि शेक्सपियर मार्लो जैसे उच्च कोटि के रचनाकार हुए थे, परंतु आलोचना पांडित्यपूर्ण और शास्त्रीय उदाहरणों से बोझिल पड़ा था। जिसमें किसी रचना के विवेचन-विश्लेषण का तथा मूल्य निर्धारण का कोई प्रयास नहीं था। यूनानी एवं रोमी काव्य प्रतिमानों का आतंक इतना हावी था कि कोई आलोचक उसे बाहर की बात नहीं सोच सकता था। अरस्तू और होरेस आदि के काव्य सिद्धांतों को ही आधार बनाकर रचना-कर्म में आगे बढ़ने का उपदेश दिया जाता था, परंतु ड्राइडन ने सर्वप्रथम समसामयिक सृजन के संदर्भ में अपने आलोचनात्मक लेखन के द्वारा इन सीमाओं को तोड़ा इसलिए इन्हें आधुनिक अंग्रेजी गद्य तथा आलोचना दोनों का जनक माना जाता है। _______________________________________________ जॉन ड्राइडन जॉन ड्राइडन का सिद्धांत जॉन ड्राइडन के विचार John dryden John dryden biography John dryden literary criticism John dryden an essay of dramatic poesy in hindi Paschatya Kavyashastra Hindi Kavyashastra Kavya shastra Ugc net Tspsc Tgt Pgt Uphesc Dsssb Kvs hindi Nvs hindi Ugc net syllabus Ugc net strategy Ugc net hindi Ugc net preparation Ugc net solved paper 2 hindi 10 years Ugc net solved paper 2 hindi Ugc net preparation paper 2 ____________________________________________ क्लास की PDF प्राप्त करने के लिए टेलीग्राम पर मैसेज करें-- Telegrame link👉 https://t.me/sahityikkriti #hindisahityakaitihas #sahityikkriti #hindi #video #ugcnet #jssccgl #tgtpgtexam #Paschatya_Kavyashastra #John_dryden #adhunikgadya #natak धन्यवाद 🙏 🙏