У нас вы можете посмотреть бесплатно Sangat Ep.45 | Badri Narayan on Poetry, Prempatra, Sociology, Ideology, Marx & RSS | Anjum Sharma или скачать в максимальном доступном качестве, которое было загружено на ютуб. Для скачивания выберите вариант из формы ниже:
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5 अक्टूबर 1965, भोजपुर, बिहार में जन्मे बद्री नारायण हिंदी के प्रतिष्ठित कवि-लेखक हैं उनके चार कविता संग्रह प्रकाशित हैं। उनके प्रकाशित कविता-संग्रह हैं—‘खुदाई में हिंसा’, ‘शब्दपदीयम’, ‘सच सुने कई दिन हुए’ और ‘तुमड़ी के शब्द’। बद्री नारायण की कविताएँ अंग्रेज़ी, बांग्ला, उड़िया, मलयालम, उर्दू तथा अन्य भारतीय भाषाओं में अनूदित हो चुकी हैं। राजनीतिक विश्लेषणों पर आधारित बद्री नारायण के कॉलम हिंदी और अंग्रेज़ी के शीर्षस्थ पत्र-पत्रिकाओं में भी प्रकाशित होते रहते हैं। उनकी चर्चित कविता ‘प्रेमपत्र’ के लिए उन्हें भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार मिला और 'तुमड़ी के शब्द' कविता-संग्रह के लिए 2022 के साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किए गए। कवि एवं समाज-वैज्ञानिक के रूप में जाने जाने वाले बद्री नारायण जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के ‘सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ़ डिस्क्रिमिनेशन एंड एक्सक्लूज़न’ में प्रोफ़ेसर भी रहे हैं। उन्होंने येल विश्वविद्यालय में विज़िटिंग प्रोफ़ेसर, इंटरनेशनल इंस्टीटयूट ऑफ एशियन स्टडीज़, लाइडेन यूनिवर्सिटी, द नीदरलैंड, मैसौन द साइंसेज़ द ला होम, पेरिस में विज़िटिंग फ़ेलो और सिंगापुर नेशनल यूनिवर्सिटी में आईसीसीआर चेयर प्रोफ़ेसर के पदों पर भी रहे हैं। हाल ही में आई उनकी किताब ‘रिपब्लिक ऑफ़ हिन्दुत्व : हाउ द संघ इज़ रिशेपिंग इंडियन डेमोक्रेसी’ में भारतीय लोकतंत्र की संरचना के अंदर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की कार्य पद्धति, संगठन, विचार और उसकी व्यापकता पर प्रकाश डाला गया है। उन्होंने कांशीराम की जीवनी भी लिखी है। इस संगत के दौरान अंजुम शर्मा से बात करते हुए बद्री नारायण ने कविता, कविता की रचना-प्रक्रिया, शोधकार्य पर विस्तार से बात की। उन्होंने कविता के विकास, कविता की भाषा, प्रेरणा, कवियों की पृष्ठभूमि, कविता के प्रतिरोध और कविता की गुणवत्ता पर भी ख़ूब चर्चा की। दलितों पर शोध करने पर बद्री नारायण पर क्या आरोप लगे? क्या बदलते हुए समाज के हिसाब से साहित्य बदल रहा है? वह क्यों कहते हैं क्वालिटी लिटरेचर आज क्राइसिस में है? उनके हिसाब से क्वालिटी लिटरेचर क्या है? क्या उनका समाजविज्ञानी होने कविता प्रभावित होती है? वामपंथ से उनका मोहभंग कैसे हुआ? ऐसे तमाम सवालों के जवाब और बद्री नारायण निजी जीवन से लेकर उनके रचना-संसार और उनके संघर्ष को जानने-समझने के लिए देखिए अंजुम शर्मा के साथ संगत का यह एपिसोड। श्यौराज सिंह बेचैन की कविताएँ : https://www.hindwi.org/poets/sheoraj-... संगत के अन्य एपिसोड्स देखने के लिए दिए गये लिंक पर जाएँ : • संगत Hindwi channel is part of Hindwi.org website. The website is a initiative of Rekhta Foundation, dedicated to Hindi literature. हिन्दवी के सोशल मीडिया चैनलों से जुड़िए : Facebook : / hindwiofficial Instagram : / hindwi_offi. . Twitter : / hindwiofficial Telegram : https://t.me/Hindwiofficial #sangat #Hindwi #badrinarayan