У нас вы можете посмотреть бесплатно कुंभ (Aquarius) राशि का इष्ट रुद्राक्ष - जो बदल सकता हैं आपकी किस्मत || или скачать в максимальном доступном качестве, которое было загружено на ютуб. Для скачивания выберите вариант из формы ниже:
Если кнопки скачивания не
загрузились
НАЖМИТЕ ЗДЕСЬ или обновите страницу
Если возникают проблемы со скачиванием, пожалуйста напишите в поддержку по адресу внизу
страницы.
Спасибо за использование сервиса savevideohd.ru
कुंभ राशि वाले धारण करें ये रुद्राक्ष • भारतीय ज्योतिष शास्त्र में प्रत्येक राशि के लिए निर्धारित रत्न,वृक्ष की जड़ों और रुद्राक्षों के प्रयोग भी बताए गए हैं, आज के जमाने में रत्न बहुत महंगे हैं एवं वास्तविक रत्न भी नहीं मिल पाते हैं इसलिए रत्न के स्थान पर आप उससे भी ऊर्जावान रुद्राक्ष को धारण कर सकते हैं। • आज हम बात करने जा रहे हैं कुंभ राशि के जातकों को अपने जीवन में आरोग्यता, सुख-शांति-समृद्धि, पारिवारिक सामंजस्य और आर्थिक समृद्धि प्राप्त करने के लिए कौन सा रुद्राक्ष धारण करना चाहिए एवं रुद्राक्ष की प्राण प्रतिष्ठा विधि क्या है ? और रुद्राक्ष धारण करते समय किस मंत्र की जाप करनी चाहिए ? • रुद्राक्ष एक प्राकृतिक वनस्पति है लेकिन उसकी ऊर्जा बहुत शक्तिशाली और प्रभावशाली होती है जैसे कि आयुर्वेद में कुछ औषधियां हम खाकर ग्रहण करते हैं, कुछ औषधियां लेपन कार्य के माध्यम से कार्य करती है ऐसे ही कुछ औषधियां स्पर्श के माध्यम से कार्य करती हैं एवं रुद्राक्ष को धारण करने से आप आरोग्यता भी प्राप्त कर सकते हैं। • वर्तमान काल में बहुत सारे वैज्ञानिक प्रयोग रुद्राक्ष के ऊपर किए गए हैं उनके अनुसार किसी भी रत्न की अपेक्षा रुद्राक्ष की ऊर्जा अधिक कार्य करती है, आयुर्वेद ने इस बात को प्रमाणिकता दी है कि जो व्यक्ति अपने गले या हृदय क्षेत्र में रुद्राक्ष की माला धारण करता है उसका बीपी नॉर्मल रहता है हृदय से संबंधित कोई भी बीमारी नहीं होती, उसका दिल शक्तिशाली और मजबूत बन जाता है, निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है और नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव नहीं होता। • भारत में रुद्राक्ष ऊंचे पहाड़ी इलाकों, खासकर हिमालय क्षेत्रों में पाया जाता है। इसके अलावा भारत में रुद्राक्ष देहरादून, हरिद्वार, बंगाल, गढ़वाल, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश, मध्यप्रदेश और असम के जंगलों में भी मिलता है। सर्वश्रेष्ठ और प्राकृतिक चुंबकीय ऊर्जा से संपन्न रुद्राक्ष हिमालय परिक्षेत्र और नेपाल गणराज्य में पाये जाते हैं। • जन्म के समय में चंद्र ग्रह जिस राशि में स्थित होता है वही आपकी जन्म राशि होती है आपको अपनी जन्म राशि के अनुसार ही रुद्राक्ष धारण करना चाहिए। • सावधानियां :- रात्रि में रुद्राक्ष पहनकर न सोएं,शमशान, कब्रिस्तान या हॉस्पिटल में रुद्राक्ष धारण न करें, महिलायें अशुद्धि के समय में या रात्रि में रुद्राक्ष को धारण ना करें, रुद्राक्ष पहनने के पश्चात् मांस मदिरा या तामसिक भोजन का सेवन न करें। • यदि आप अपने रुद्राक्ष की शुद्धि का ध्यान रखेंगे तो आपके जीवन में प्रत्येक कार्य की सिद्धि होगी। • ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, रुद्राक्ष धारण करने के लगभग 41 दिन बाद रुद्राक्ष का प्रभाव दिखाई देना प्रारंभ होता है। ✓ धर्मयोग फाउंडेशन के द्वारा इसे लागत मूल्य पर आपको उपलब्ध करवाया जा रहा है ! अन्य किसी विशेष जानकारी के लिए कृपया संपर्क करें - +91-9211881008, 9911071008 (धर्मयोग फाउंडेशन) ----------------------------------------- ★ आपके लिए उपयोगी Videos - कुंभ राशि का चमत्कारी इष्टमंत्र • कुंभ राशि (Aquarius) का चमत्कारी इष्ट... कुंभ राशि के लोग करें इन इष्टदेव की आराधना • कुंभ राशि के लोग करें इन इष्ट देव की ... शुक्र बनाएगा आपको करोड़पति।। • शुक्र बनायेगा आपको करोड़पति || महालक्... श्रीयंत्र - कैसा हो और कहां करें विराजमान ? • श्रीयंत्र - कैसा हो और कहॉं करें विरा... शुभ मुहूर्त में धारण करें अपने जीवन का सुरक्षा कवच • शुभ मुहूर्त में धारण करें अपने जीवन क... --------------------------------------- Shri Yog Bhooshan Maharaj जी को Social Media पे Follow कीजिए :- YouTube:- / @yogbhooshan Facebook:- / yogbhooshan Twitter :- / yogbhooshan Instagram:- / yogbhooshan Connect With Us:- https://www.yogbhooshanmaharaj.com ✓ Please Subscribe to This YouTube Channel and Click on The Notification Bell. ------------------------------------------- About : स्वस्थ, सुखद एवं समृद्धशाली जीवन के प्राचीनतम महाविज्ञान को हम तक पहुंचाने वाले परम श्रद्धेय मंत्र महर्षि श्री योगभूषण जी महाराज एक मानवतावादी आध्यात्मिक संत है, जो मानवीय जीवन के उत्थान, कल्याण और भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों की पुनर्स्थापना के लिए समर्पित हैं। जिनके धार्मिक - वैज्ञानिक प्रवचन जन - गण - मन में एक दिव्य ऊर्जा का संचार करते हैं, जिनकी ओजपूर्ण वाणी जन-जन को भारतीय संस्कृति और धर्म से जोड़ती है, ऐसे धर्मयोगी संत श्री योगभूषण जी महाराज की वाणी को इस चैनल के द्वारा आप तक पहुंचाया जा रहा है । कृपया इसे सब्सक्राइब कीजिये और अपने मित्रों के साथ शेयर कीजिये । ये निश्चित ही आपके जीवन के आनंदमयी रूपांतरण में सहयोगी बनेगा । आप इसे देख रहे हैं इसका मतलब है कि आप अपने जीवन को और अधिक स्वस्थ, सुखद एवं समृद्धशाली बनाना चाहते हैं ! हमें आशा है कि आपकी खोज यहॉं समाप्त होगी ! हमसे जुडने के लिये हार्दिक धन्यवाद एवं आभार !