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सरदार पटेल जयंती (31 Oct) जब हमे आजादी मिली तो उस time period के दौरान भारत दो रियासतों में बटा हुआ था। एक तो वो जहा पे ब्रिटिश सरकार का direct control था, जिसे british province कहते है और एक बो जहा पे राजे रजवाड़े का शासन था जिसे princely states कहते है लेकिन ऐसा नहीं था कि उन राजे रजवाड़े पर ब्रिटिश सरकार का कंट्रोल नहीं था जैसे कोई भी internal फैसला लेना है तो बिना ब्रिटिश सरकार से पूछे नही ले सकते थे यानी उनपर ब्रिटिश paramountcy था यानि समझिए बो ब्रिटिश सरकार के इशारे पर नाचने वाले कठपुतली राजा थे। अब माउंट बेटन प्लान इंडियन इंडिपेंडेंस एक्ट 1947 के तहत इन राजे रजवाड़ों के पास three option था, पहला option कि या तो बो राजे रजवाड़े भारत से मिल जाए या तो बो पाकिस्तान से मिल जाए या खुद का Independent रहे खुद का country बना ले। अब इन राजे रजवाड़े को पाकिस्तान में न जाने देना और भारत में मिला लेना भारतीय नेताओं के लिए एक challenge था और इसी इंडिया को intigrate यानी unite करने के लिए सरदार बल्लभ पटेल ने एक secretary को appoint किया जिसका नाम Vp menon था और भारत को intigrate करना स्टार्ट कर दिया। अगर पटेल नहीं होते तो कश्मीर से कन्याकुमारी या अगरतल्ला से अहमदाबाद जाना होता तो 7 -8 बार Visa लेना पड़ता । ये देश नहीं होता कई देशों का continent होता इंडिया ।जिस प्रकार जर्मनी को एक करने का काम बिस्मार्क ने किया ठीक उसी प्रकार भारत को एक करने का काम Patel ने किया इसीलिए इन्हें भारत का बिस्मार्क भी कहते हैं।जब अंग्रेजों ने भारत को गुलाम बनाया था तो भारत अफगानिस्तान से लेकर म्यान्मार (वर्मा)तक शासन चलता था लेकिन जब उन्होंने भारत को छोडा तो पूरा टुकड़े टुकड़े कर दिया ।कहा जाता है कि 15Aug 1947 तक 565 princely states में से 562देशी रियासतों को मिला लिया सिर्फ 3 बच गए वो थे जूनागढ़, जम्मूकश्मीर और हैदराबाद ।जूनागढ़ के राजा महावत खान मुस्लिम थे जबकि जनता हिन्दू थे तो जब वहां के लोगों से पूछा गया किसके साथ रहना है तो Bharat के राय रखी इस प्रकार जनमत संग्रह से जूनागढ़ को मिलाया गया। हैदराबाद के निजाम मीर उस्मान अली खान जब नहीं माना तब पटेल ने Operation Polo के तहत अपने पुलिस वर्दी सैनिकों को भेजकर 5 दिन में हीं वहां के निजाब 17 sep 1948 को निरस्त कर दिया। राजा हरि सिंह का कहना था कि हम स्वतंत्र रहेंगे ,कश्मीर की geographical condition अच्छी है इसलिए इसे स्विट्जरलैंड जैसा बनाएंगे खुद का देश बनाएंगे।मगर 26 oct को पाकिस्तानी आतंकियों ने कश्मीर में घुस गए और आतंक मचाने लगे फिर हाननफानन में राजा हरि सिंह को विलय पत्र पर sign करना पड़ा मगर इस दौरान राजा हरि सिंह ने अपने लिए कुछ विशेष प्रावधान मांग लिए जिसे आर्टिकल 370 में रखा गया ।इस प्रकार पटेल ने जूनागढ़,हैदराबाद और कश्मीर को भारत में मिलाया। आज हीं के दिन 31 oct 1875 को सरदार बल्लभ भाई पटेल का जन्म हुआ था।चुकी टूटी फूटी भारत जो ब्रिटिश सौंप कर गए थे उन् सारे को एक करने का काम किया इसलिए आज हीं के दिन उनके सम्मान में National Unity Day मनाया जाता है ।अपनी आंखों की नींद बेची थी ,सो नहीं पाते थे वो रात भर तब कड़ी मेहनत करने के बाद भारत अखंड भारत बना ।ऐसे क्रांतिकारी के लिए Birthday मनाना तो हमारा कर्तव्य बनता है ।Very Very Thank u Patel ji हालांकि इनका विश्व कासरदार पटेल जयंती (31 Oct) जब हमे आजादी मिली तो उस time period के दौरान भारत दो रियासतों में बटा हुआ था। एक तो वो जहा पे ब्रिटिश सरकार का direct control था, जिसे british province कहते है और एक बो जहा पे राजे रजवाड़े का शासन था जिसे princely states कहते है लेकिन ऐसा नहीं था कि उन राजे रजवाड़े पर ब्रिटिश सरकार का कंट्रोल नहीं था जैसे कोई भी internal फैसला लेना है तो बिना ब्रिटिश सरकार से पूछे नही ले सकते थे यानी उनपर ब्रिटिश paramountcy था यानि समझिए बो ब्रिटिश सरकार के इशारे पर नाचने वाले कठपुतली राजा थे। अब माउंट बेटन प्लान इंडियन इंडिपेंडेंस एक्ट 1947 के तहत इन राजे रजवाड़ों के पास three option था, पहला option कि या तो बो राजे रजवाड़े भारत से मिल जाए या तो बो पाकिस्तान से मिल जाए या खुद का Independent रहे खुद का country बना ले। अब इन राजे रजवाड़े को पाकिस्तान में न जाने देना और भारत में मिला लेना भारतीय नेताओं के लिए एक challenge था और इसी इंडिया को intigrate यानी unite करने के लिए सरदार बल्लभ पटेल ने एक secretary को appoint किया जिसका नाम Vp menon था और भारत को intigrate करना स्टार्ट कर दिया। अगर पटेल नहीं होते तो कश्मीर से कन्याकुमारी या अगरतल्ला से अहमदाबाद जाना होता तो 7 -8 बार Visa लेना पड़ता । ये देश नहीं होता कई देशों का continent होता इंडिया ।जिस प्रकार जर्मनी को एक करने का काम बिस्मार्क ने किया ठीक उसी प्रकार भारत को एक करने का काम Patel ने किया इसीलिए इन्हें भारत का बिस्मार्क भी कहते हैं।जब अंग्रेजों ने भारत को गुलाम बनाया था तो भारत अफगानिस्तान से लेकर म्यान्मार (वर्मा)तक शासन चलता था लेकिन जब उन्होंने भारत को छोडा तो पूरा टुकड़े टुकड़े कर दिया ।कहा जाता है कि 15Aug 1947 तक 565 princely states में से 562देशी रियासतों को मिला लिया सिर्फ 3 बच गए वो थे जूनागढ़, जम्मूकश्मीर और हैदराबाद ।जूनागढ़ के राजा महावत खान मुस्लिम थे जबकि जनता हिन्दू थे तो जब वहां के लोगों से पूछा गया किसके साथ रहना है तो Bharat के राय रखी इस प्रकार जनमत संग्रह से जूनागढ़ को मिलाया गया। हैदराबाद के निजाम मीर उस्मान अली खान जब नहीं माना तब पटेल ने Operation Polo के तहत अपने पुलिस वर्दी सैनिकों को भेजकर 5 दिन में हीं वहां के निजाब 17 sep 1948 को निरस्त कर दिया। राजा हरि सिंह का कहना था कि हम स्वतंत्र रहेंगे ,कश्मीर की geographical condition अच्छी है इसलिए इसे स्विट्जरलैंड जैसा बनाएंगे खुद का देश बनाएंगे।मगर 26 oct को पाकिस्ता