У нас вы можете посмотреть бесплатно लेनदेन 3 साल पुराना, चैक में बाद में तारीख भरकर बाउंस, केस नही चलेगा। или скачать в максимальном доступном качестве, которое было загружено на ютуб. Для скачивания выберите вариант из формы ниже:
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चेक बाउंस का मुकदमा 3 साल से ज्यादा पुराने लेनदेन का है और बाद में आपकी खाली चेक का दुरुपयोग कर उस पर तारीख डालकर आप पर मुकदमा किया है तो ऐसा मुकदमा चलने योग्य नहीं है क्योंकि लिमिटेशन एक्ट के तहत 3 साल से ज्यादा पुरानी लेनदेन का मामला कानून द्वारा वर्जित होने से उसे लेनदेन के संबंध में कार्रवाई नहीं की जा सकती धारा 138 ni एक्ट में भी धारा के स्पष्टीकरण में साफ लिखा है कि विधित प्रवर्तनीय ऋण की अदायगी पेटे चैक दिया ,जिसमें शब्द विधित प्रवर्तनीय का अर्थ लिमिटेशन एक्ट की धारा 3 तथा अनुसूची 19 को साथ में पढ़ कर लगाया जाएगा इस बारे में माननीय हाईकोर्ट के निर्णय से भी इस वीडियो में स्पष्ट व्याख्या की गई है आपको किस प्रकार से साबित करना है कि आपका लेनदेन पुराना है यह भी इस वीडियो में बताया गया है वीडियो को पूरा देखें धन्यवाद। mo. 86198 76831 check bounce ka mukadma kaise jite hain, how to win cheque Bounce case, limitation act in cheque Bounce case, after 3 year in check bounce case, fast check bounce case, check ka galat upyog, check ka durupyog, Khali check ka durupyog, examination in check case, evidence in cheque bounce, important judgement in cheque Bounce case, accused favour judgement in check bones case, High Court judgement in cheque Bounce case, supreme Court judgement in cheque Bounce case, Mukesh Kumar Gopawat, #court #cheques #chequebounce #judgement #highcourt #supremecourt