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Bhaktamar Stotra Sanskrit 45th Shloka (108 times) | भक्तामर स्त्रोत 45 (108 बार) | 3 года назад


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Bhaktamar Stotra Sanskrit 45th Shloka (108 times) | भक्तामर स्त्रोत 45 (108 बार) |

Bhaktamar Stotra 45th Shloka (108 times) [Jain Mantra Stavan] भक्तामर स्त्रोत श्लोक 45 (108 बार) | Jain BHAKTAMAR STOTRA SANSKRIT WITH HINDI MEANING- 45 सर्व भयानक रोग विनाशक काव्य (4K ULTRA-HD Video) Praman sagar ji maharaj pravachan ! BHAKTAMAR STOTRA SANSKRIT 45th Shloka : उद्भूत- भीषण- जलोदर- भार- भुग्नाः शोच्यां दशा- मुपगताश्- च्युत- जीविताशाः, त्वत्पाद- पंकज- रजोमृतदिग्ध- देहाः मर्त्या भवंति मकर- ध्वज- तुल्य- रूपाः I ऋद्धि जाप - ॐ ह्रीं अर्हं णमो अक्खीण महाणसाणं झ्रौम् झ्रौम् नमः स्वाहा ! मन्त्र जाप - ॐ नमो भगवती क्षुद्रोपद्रव शान्तिकारिणी रोग कष्ट ज्वरोपशमन शान्ति कुरु-कुरु स्वाहा ! BHAKTAMAR STOTRA ENGLISH 45th Shloka : ud bhutabhishana jalodara - bhara bhugnah shochyam dasha mupagatashchyuta jivitashah | tvatpada pankaja-rajoamrita digdha deha, martya bhavanti makaradhvaja tulyarupah || 45 | Hindi Meaning: हे भगवन् ! उत्पन्न हुये भयंकर जलोदर आदि जानलेवा रोगों के भार से जो व्यक्ति पीड़ित हैं, मूल्यवान औषधियाँ लेते रहने पर भी बड़ी गम्भीर शोचनीय दशा में पहुँच गये हैं, तथा घर वालों को उनके जीने की आशा भी नहीं रही है, ऐसे रोग ग्रस्त, निराश पुरुष भी जब आपके चरण कमलों की धूल रूपी अमृत को अपने शरीर पर लगाते हैं तो वे स्वस्थ/नीरोग होकर कामदेव के समान सुन्दर रूप वाले दिखने लगते हैं I English Meaning: O Omniscient! An extremely sick person, disfigured due to advanced dropsy and having lost all hopes of recovery and survival, when rubs the nectar-like dust particles taken from your lotus feet, fully recovers and becomes handsome as Adonis. Question & Answers: Q1: इस काव्य में किस भय का वर्णन किया गया है? Ans1: इस काव्य में जलोदर रोग संबंधी होने वाले भय का वर्णन किया गया है? Q2:जलोदर रोग क्या है? Ans2: पेट से संबंधित यह एक महाभयंकर रोग है जिसमें पेट के अन्दर पानी अति मात्रा में संग्रहीत होने लगता है। जिसके कारण पेट का फूलना और हाथ-पैरों में सूजन आना शुरू हो जाती है। Q3: इस रोग से ग्रसित कैसे लोग भी रोग से मुक्ति पा जाते हैं? Ans3: रोग की पीड़ा- भार से झुके हुये, अत्यन्त चिन्तित अवस्था को प्राप्त और छोड़ दी है जीवन की आशा जिन्होंने ऐसे मनुष्य भी रोग मुक्त (निरोगी) हो जाते हैं। Q4: किसके प्रभाव से निरोगी हो जाते हैं? Ans4: भगवान के चरण कमलों की धूलि रूप अमृत के लगाने से मनुष्य निरोगी हो जाते हैं। Q5: रोग मुक्ति के साथ-साथ प्रभु-पद रज रूप अमृत भक्त के जीवन में क्या अतिशय दिखलाता है? Ans5: रोग मुक्ति के साथ-साथ प्रभुपदरज के प्रभाव से भक्त का शरीर कामदेव जैसा सुन्दर हो जाता है। Q6: इस काव्य के माध्यम से आचार्य महाराज क्या कहना चाह रहे हैं? Ans6: आचार्य महाराज कहना चाह रहे हैं कि जो भी भक्त पुरुष भगवान के चरणों का ध्यान करता है, उनके पुनीत चरणों की पावन रज को लगाता है, वह समस्त शारीरिक व्याधियों से मुक्त हो जाता Q7: भगवान की चरण रज क्या शारीरिक व्याधियाँ ही दूर करती हैं? Ans7: नहीं, भगवान की चरण रज शारीरिक व्याधियों के साथ साथ आत्मा में लगी जन्म जरामरण की व्याधि से भी मुक्ति दिला देती है। Q8: भगवान की भक्ति से व्याधियाँ (रोग) दूर होने के क्या कोई उदाहरण मिलते हैं? Ans8: प्रथमानुयोग के उदाहरण a. श्रीपाल सहित 700 कुष्ट रोगियों का कुष्ट दूर हुआ। b. वादिराज मुनिराज की कुष्ट काया कंचन जैसी हो गई। c. समंतभद्र स्वामी की भस्मक व्याधि दूर हुई। d.पूज्यपाद स्वामी को पुनः नेत्र ज्योति प्राप्त हुई। विधि: प्रात:कालीन क्रिया से निवृत्त होकर नहा धोकर पीले रंग के शुद्ध वस्त्र पहनकर, उत्तर दिशा की ओर यंत्र स्थापित कर अभिषेक, पूजन, आरती करने के पश्चात् मंगल कलश स्थापन करें। दीप जलायें, और पूर्व दिशा की ओर मुख कर पीले आसन पर सिंहासन से बैठकर प्रात:काल देव दारु, अगर, तगर, और घी मिश्रित धूपको खेते हुये पीली माला से १००८ बार ४५वें काव्य का ऋद्धि और मंत्रसहित स्मरण कर मंत्र को सिद्ध करना चाहिये। Bhaktamar Stotra Shloka 45 which is the most powerful shloka for Self-healing and to recover from ailments. • Bhaktamar Stotra 45 • Bhaktamar Stotra 45 audio mp3 download • Bhaktamar Stotra 45 meaning • Bhaktamar Stotra 45 27 times 108 times • Bhaktamar Stotra 45 benefits • Bhaktamar Stotra 45 in english • Bhaktamar Stotra for health in hindi • Bhaktamar Stotra 45 lyrics • Bhaktamar Stotra 45 mahima • Bhaktamar Stotra 45 Manju jain • Bhaktamar Stotra 45 gatha lyrics • Bhaktamar Stotra 45 pdf • Bhaktamar Stotra 45 lyrics in hindi • Bhaktamar Stotra 45 anuradha paudwal • Bhaktamar Stotra 45 app • Bhaktamar Stotra 45 arth sahit • Bhaktamar Stotra 45 adipurush • Bhaktamar Stotra 45 aarti • Bhaktamar Stotra 45 chalisa cards colo chamatkar chalu karo complete • Bhaktamar Stotra 45 cancer • Bhaktamar Stotra 45 court case • Bhaktamar Stotra 45 conceiving • Bhaktamar Stotra 45 kavya • Bhaktamar Stotra 45 read online • Bhaktamar Stotra 45 ringtone repeat • Bhaktamar Stotra 45 uses • Bhaktamar Stotra 45 vidhi • Bhaktamar Stotra 45 vidhan pdf • Bhaktamar Stotra 45 Vinamra sagar ji • Bhaktamar Stotra 45 video song download • Bhaktamar Stotra 45 written • Bhaktamar Stotra 45 with riddhi mantra • Bhaktamar Stotra 45 without music • Bhaktamar Stotra 45 wiki • Bhaktamar Stotra 45 with picture • Bhaktamar Stotra 45 yantra   / bhaktamar48   https://dentalclinicraipur.com/blog/B... #Bhaktamar45 #BhaktamarStotra45#108TIMES#भक्तामर स्त्रोत

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