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The Site of Buddha's Enlightenment😍 || मोक्ष दायिनी अक्षय वट वृक्ष || सीता कुंड द्वार (फाल्गु नदी)🙏🏻 12 дней назад


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The Site of Buddha's Enlightenment😍 || मोक्ष दायिनी अक्षय वट वृक्ष || सीता कुंड द्वार (फाल्गु नदी)🙏🏻

स्वागतम✨️ #Akshayvat :- मनुष्य के जीवन में ही नहीं मृत्यु के बाद भी प्रकृति प्रदत वस्तुओं का अलग महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पीपल, वट, तुलसी सहित कई अन्य वृक्षों की पूजा की जाती है तथा इनमें देवताओं का निवास भी बताया जाता है। गया का अक्षयवट भी एक ऐसी वेदी है, जहां पिंडदान किए बिना श्राद्ध पूरा नहीं होता। मान्यता है कि त्रेतायुग में भगवान श्री राम, लक्ष्मण और सीता के साथ गया में श्राद्धकर्म के लिए आए थे। इसके बाद राम और लक्ष्मण सामान लेने चले गए। इतने में राजा दशरथ प्रकट हो गए और सीता को ही पिंडदान करने के लिए कहकर मोक्ष दिलाने का निर्देश दिया। माता सीता ने फल्गु नदी, गाय, वटवृक्ष और केतकी के फूल को साक्षी मानकर पिंडदान कर दिया। जब भगवान राम आए तो उन्हें पूरी कहानी सुनाई, परंतु भगवान को विश्वास नहीं हुआ। तब जिन्हें साक्षी मानकर पिंडदान किया था, उन सबको सामने लाया गया। पंडा, फल्गु नदी, गाय और केतकी फूल ने झूठ बोल दिया परंतु अक्षयवट ने सत्यवादिता का परिचय देते हुए माता की लाज रख ली। #Mahabodhi temple Gaya :- बोधगया, जैसा की नाम से ही ज्ञात होता है, यह वह स्थान है जहां भगवान बुद्ध ने दिव्य ज्ञान प्राप्त किया था। यह न केवल बौद्ध धर्म के लिए बल्कि हिंदू धर्म के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है। भगवान बुद्ध को यह ज्ञान एक अंजीर के वृक्ष के नीचे बैठकर प्राप्त हुआ था जिसे आज हम बोधि वृक्ष के नाम से जानते हैं। यह स्थान अपने आप में एक विशेष महत्व रखता है। साथ ही यहां स्थित वृक्ष का भी विशेष महत्व है। इस वृक्ष को लेकर जो एक सबसे अनोखी मान्यता है वह यह है कि जहां पर यह वृक्ष स्थित वह स्थान पृथ्वी की नाभि है। साथ ही यह भी माना जाता है कि यह इकलौता ऐसा स्थान है जो बुद्ध के ज्ञानोदय का भार सहन कर सका। आज जो पेड़ यहां मौजूद है वह असल में बोधि वृक्ष की पीढ़ी का चौथा पेड़ है। Feel free to comment if you need any other information. For more videos about Gaya, you can check out my Gaya VIog playlists. #gayavlog #gaya #pinddaan #bihar #akshayavat #falguriver #bharatsevashramsangha #indianrailways #gayapinddaan #bihartourism #bodhgaya #buddha Copyright Disclaimer: - Under section 107 of the copyright Act 1976, allowance is mad for FAIR USE for purpose such a as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship and research. Fair use is a use permitted by copyright statues that might otherwise be infringing. Non- Profit, educational or personal use tips the balance in favor of FAIR USE.

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