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तपोवन में हिमालय साधु से मुलाकात |Tapovan and Ganotri Yatra 2022 2 года назад


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तपोवन में हिमालय साधु से मुलाकात |Tapovan and Ganotri Yatra 2022

#NomadicBharat Hello Everyone, I M Presenting you the beautiful and one of the most famous trek in Uttrakhand - Gaumukh Tapovan Trek. It took 2 to 3 days to complete the trek, In this Video u will see stunning and Beautiful and peaceful surrounding of tapovan . I m also describing in Hindi Below. हम तपोवन की बात करते है तो में आपको यह बताना चाहूँगा की यह जगह गंगोत्री ग्लेशियर के ऊपर का क्षेत्र है। समुद्रतल से मात्र 4,463 मीटर (14640 फीट) ऊंचाई पर स्थित इस जगह के लिए यह माना जाता है की एक समय पर यहाँ ऋषि और साधु तपस्या करने के लिए आया करते थे। भौगोलिक रूप से हिमालय में तपोवन क्षेत्र माउंट शिवलिंग की तलहटी में स्थित एक घास का मैदान है। ऐसा माना जाता है की यह जगह गुफाओं और झोपड़ियों में रहने वाले साधुओं का मौसमी घर है, और इसी वजह से इस जगह को तपोवन भी कहा जाता है क्योंकि की एक समय पर इस स्थान पर साधु महात्मा तपस्या करने के लिए आया करते थे। वर्तमान में तपोवन एक बहुत प्रसिद्ध ट्रैकिंग डेस्टिनेशन के रूप में जाना जाता है। गौमुख से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर स्थित होने की वजह से अधिकांश ट्रेकर्स तपोवन तक जाना भी पसंद करते है। और यही वजह है कि इस पूरे ट्रेक को गौमुख तपोवन ट्रेक के नाम से जाना जाता है। वर्ष 2013 में आई भयंकर बाढ़ की वजह गौमुख और तपोवन की तरफ जाने वाले रास्ते को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचता है जिस वजह से यहां तक पहुंचना अब ओर भी ज्यादा मुश्किल हो गया है। तपोवन क्षेत्र माउंट शिवलिंग, भागीरथी शिखर जैसे कई पर्वतारोहण अभियानों का आधार शिविर भी माना जाता है। इसके अलावा तपोवन को भारत मे सबसे ज्यादा ऊंचाई पर स्थित घास के मैदानों में से एक माना जाता है। यहां आपको पर बड़े घास के मैदान और कई किस्म की फूलों की प्रजातियां देखने को मिलती है। तपोवन में ग्लेशियर से निकलने वाली अमृत गंगा नाम की जलधारा भी बहती है। इस क्षेत्र से कुछ ही दूरी पर स्थित नंदनवन नाम की जगह है जो कि भागीरथी मासिफ की तलहटी में स्थित एक और विशाल घास का मैदान है। कई ट्रेकर्स और तीर्थयात्री इस जगह जाना बेहद पसंद करते है। अगर आपको हिमालय के सबसे विशाल पर्वतों को एक साथ देखने है तो आपको गौमुख तपोवन ट्रेक जरूर करना चाहिए। गौमुख तपोवन ट्रेक भारत के सबसे पसंदीदा ट्रेक में से एक माना जाता है। और इसकी सामान्य सी वजह है यहाँ से दिखाई देने वाले हिमालय के विशाल पर्वत जैसे माउंट शिवलिंग और भागीरथी सिस्टर्स आदि। हालाँकि हाल के वर्षों में रूपिन दर्रा, रूपकुंड और हम्पटा दर्रा जैसे ट्रेक ने काफी लोकप्रियता हासिल की है लेकिन इसके बावजूद भी बहुत सारे ट्रेकर्स के लिए गौमुख तपोवन ट्रेक उनकी पहली पसंद बना हुआ है। गंगोत्री से शुरू होने वाला गौमुख तपोवन ट्रेक की कुल दुरी लगभग 46 किलोमीटर है जिसे पूरा करने में लगभग 06 दिन का समय लगता है। गौमुख और तपोवन यह दोनों जगह उत्तराखंड के गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान की सीमा में आते है और इसके अलावा तपोवन हिमालय के कई विशाल पर्वत जैसे माउंट शिवलिंग और भागीरथी शिखर के पर्वतारोहण का आधार शिविर भी है। गौमुख तपोवन ट्रेक का आधार शिविर है गंगोत्री जिसकी समुद्रतल से ऊंचाई लगभग 3415 मीटर (11204 फ़ीट) है। और आप जब गंगोत्री से यह ट्रेक शुरू करके तपोवन पहुंचते है तो आप समुद्रतल से लगभग 4,463 मीटर (14640 फीट) ऊंचाई तक पहुंच जाते है। गंगोत्री से तपोवन की दुरी लगभग 23 किलोमीटर है और यह ट्रेक पूरा करते समय आपको कई तरह के दुर्गम रास्तों से होकर गुजरना पड़ता है। ऐसा नहीं है की सिर्फ ट्रेकर्स ही गौमुख तपोवन ट्रेक करते है बल्कि हिन्दू धर्म में गौमुख को गंगा नदी का उद्गम स्थल माना जाता है और तपोवन के लिए माना जाता है की इस स्थान पर अनेको साधु संतो ने तपस्या की है। इस वजह से आपको इस पुरे ट्रेक के दौरान बहुत सारे श्रद्धालु भी मिल सकते है। गंगोत्री से शुरू होने वाले गौमुख तपोवन ट्रेक के दौरान आपके रास्ते में देवगढ़, चिरबासा और भोजबासा नाम के स्थान आते है, जिनमे भोजबासा इस पुरे ट्रेक के ऐसा आखरी स्थान है जहाँ पर आपको रुकने के लिए व्यवस्था मिल जायेगी और इसके अलावा यहाँ पर वन विभाग का चेक पोस्ट भी बना हुआ है। वर्ष 2013 में चिरबासा के आगे भूस्खलन हो गया था जिसकी वजह से अब इस ट्रेक को पूरा करना थोड़ा मुश्किल हो गया है। कुल मिलाकर गौमुख तपोवन ट्रेक करने के लिए आप अपने आपको शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार कर लेना चाहिए ताकि आपको यह ट्रेक पूरा करने में किसी भी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पड़े। इसके अलावा यहाँ पर एक सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की बिना किसी अनुभवी ट्रेकर या फिर किसी अच्छी ट्रैकिंग एजेंसी के बिना आपको ये ट्रेक अकेले किसी भी तरह से नहीं करना चाहिए। गौमुख तपोवन ट्रेक वैसे तो मध्यम से कठिन श्रेणी का ट्रेक माना जाता है लेकिन इसके बावजूद भी आपको यह ट्रेक अकेले नहीं करना चाहिए। आज के इस ब्लॉग पोस्ट में आपके इस ट्रेक से जुड़े हुए कुछ सामान्य प्रश्नो का जवाब देना चाहूँगा जो की आपके मन में इस ट्रेक पर जाने से पहले आ रहे होंगे ….. #chardhamyatra2022#gaumukh#tapovan#gaumukhtapovantrek2022#gaumukhtapovansolotrek#gangotrigaumukhtapovantrek Subscribe to my channel and hit the bell icon for all the new travel videos.

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