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Business को सफल बनाने के 8 आसान टिप्स | Succesful Business Tips in Hindi 3 года назад


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Business को सफल बनाने के 8 आसान टिप्स | Succesful Business Tips in Hindi

#BusinessTips #Motivational यूँ तो अधिकतर लोग बिज़नेस करना चाहते हैं लेकिन उनमें से बस कुछ ही सफल हो पाते हैं। ऐसा क्यों है, कभी कभी तो बिज़नेस आइडिया भी बहुत अच्छा होता है या फिर उनको बिज़नेस चलाने का एक्सपीरियंस भी होता है, कि बिज़नेस को आगे कैसे लेकर जाना है। पर ऐसी क्या वजह से जिसकी वजह से अच्छे से अच्छे चलने वाले बिज़नेस भी डूब जाते हैं। तो चलिए आप ऐसी गलती ना करें, अपने बिज़नेस को कैसे अच्छे से मैनेज करें यह जानते हैं। 1- अपने बिज़नेस के प्रति समर्पित रहें :  एक बार आपने अपना बिज़नेस शुरू कर दिया तो, आपको यह निश्चित करना पड़ेगा कि आपको अब अपने बिज़नेस के बारे में पूर्ण रूप से समर्पित रहना है। ऐसा नहीं हो सकता कि आज मूड नहीं है, ये सोच कर आप बिज़नेस के कामों में आना-कानी करें, या चुनौतियों से भागें, या फिर अपने ही डिसीज़न पर शक करें कि क्या वो सही है या नहीं। तो आपको इस तरह की परिस्थिति से बचना होगा। साथ ही हमेशा फ़ुल एनर्जी के साथ काम करना होगा। जिससे आपको देख कर दूसरे लोग इंस्पायर हों। 2- प्रोफ़िट शेयर करने की आदत डालें : किसी भी कम्पनी को सफल बनाने में उस कम्पनी के सहकर्मियों का बहुत बड़ा योगदान होता है। क्योंकि वह आपके कंधों से कंधा मिलाकर साथ में सफ़र करते हैं। बिज़नेस में जिस भी तरह की आवश्यकता होती है, यह सहकर्मी उन आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए रात-दिन एक कर देते हैं। तो जब भी बिज़नेस में मुनाफ़ा हो, और आप उस मुनाफ़े को इन सहकर्मियों के साथ शेयर करेंगे, इनका भी हौसला बढ़ेगा, यह काम के प्रति और भी सजग रहेंगे, अपनी कम्पनी समझकर काम करेंगे। 3- पार्ट्नर्ज़ के साथ अच्छी बाउंडिंग बनाए रखें : यदि आपके बिज़नेस में आपके अलावा ओर भी लोग शामिल हैं, यानी की को-फाउंडर हैं तो आपको उनके साथ हर तरह की बिज़नेस से जुड़ी पारदर्शिता रखनी होगी। यदि आप अपने पार्ट्नर्ज़ के साथ पारदर्शिता रखेंगे तो यहाँ से विश्वास मज़बूत होगा, और यह विश्वास आपके बिज़नेस को और शिखर तक लेकर जाएगा। जिसमें किसी को भी किसी के प्रति संदेह नहीं होगी। तो बिज़नेस को सफल बनाने के लिए यह अवश्य करें। 4- अपने कर्मचारियों की प्रशंसा कीजिए : कई बार ऐसा होता है कि वर्क स्पेस में काफ़ी वर्क लोड होता है, उस लोड के कारण कई लोगों से अनजाने में कुछ ग़लत स्टेप हो जाता है, जिससे आपके गोल्स को हानि भी होती है, या आपकी स्ट्रेटजी बिगड़ जाती है, और आप इसके लिए अपने सहकर्मियों को फटकार भी लगाते हैं। हालाँकि ऐसा करना सही भी है। पर जब आपके सहकर्मी अच्छा काम करते हैं तो उन्हें उनके काम के लिए एप्रिशिएट नहीं मिलता, जिसकी वजह से वो कहीं ना कहीं कुछ ना कुछ निराश अवश्य होते हैं। ऐसे में यदि आप अपने सहकर्मियों के अच्छे कामों की सराहना करें तो उन्हें काफ़ी अच्छा लगेगा, और वो उस सराहना से प्रोत्साहित होंगे बेहतर काम करने के लिए। 5- अपनी हर सफलता को सेलिब्रेट करें : कभी कभी हम बड़े बड़े गोल्स बनाते हैं, और उन्हें अचीव करने के लिए रात दिन एक कर देते हैं। लेकिन यदि वो गोल्स जैसा कि आप चाहते हैं उतना फ़ुलफ़िल ना हो पाए तो आप निराश हो जाते हैं। आप यह नहीं देखते कि और भी गोल्स जो आपने डिसाइड किए थे वो अचीव हो रहे हैं या हो गए हैं। तो इस वजह से आप कहीं ना कहीं सेटिस्फाइड नहीं हो पाते हैं। यदि आपने यह तय कर लिया कि आप अपनी हर छोटी बड़ी जीत को सेलिब्रेट करेंगे, व अपने सहकर्मियों के साथ ख़ुशियाँ मनाएँगे तो यक़ीन मानिए आपको कोई भी आगे बढ़ने से नहीं रोक सकता। 6- कम्पनी में सभी की सुनें और उनकी समस्याओं का समाधान निकालें : कई बार ऐसा होता है, कि आपके पास इतना टाईम नहीं होता कि आप अपने सहकर्मियों की बात को सुन सकें उनकी समस्याओं को समझ सकें, जिसके कारण सहकर्मियों को यह फ़ील होने लगता है, कि मानों उनकी प्रॉब्लम से आपको कुछ फ़र्क़ नहीं पड़ता। उनकी इसी सोच से कई बार उनके काम पर भी फ़र्क़ पढ़ने लगता है। यदि आप यह तय कर लें, की हफ़्ते में या महीने में एक बार आपको हर सहकर्मियों की बात सुननी है समझनी है और उसका समाधान ढूँढना है, तो आप अपने बिज़नेस में सभी को एक साथ लेकर चल सकते हैं। 7- कस्टमर की सर्विस पर विशेष ध्यान दें : जब बिज़नेस शुरू होता है तब आपका मुख्य फ़ोकस कस्टमर पर ही होता है। लेकिन जैसे जैसे बिज़नेस ग्रो करता जाता है, आप कहीं ना कहीं अपनी मुख्य धारा से विपरीत चलने लगते हैं, तब आपका मोटिव पैसा कमाने में होता है। याद रखें ग्राहक ही आपकी सबसे बड़ी पूँजी है, इसलिए कभी भी ग्राहकों को ठगने व उनकी आवश्यकताओं को नज़रंदाज़ करने की ना सोचें। 8- ख़र्चों को अच्छे से मैनेज करें : पैसा आता जाता है, खर्चे बढ़ते जाते हैं, कई बार हम यह नहीं तय कर पाते हैं कि कैसे इन पैसों को मैनेज किया जाए, जिससे आगे आने वाले समय में बिज़नेस में और ग्रोथ लाई जाए। इसपर आपको विशेष रूप से काम करना पड़ेगा, सीखना होगा कि कैसे अपने पैसों को मैनेज किया जाए। आप चाहें तो इसके लिए किसी फाइनेंशियल एक्सपर्ट या चार्टर्ड अकाउंटेंट को हायर कर सकते हैं।

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