У нас вы можете посмотреть бесплатно अभंग - विठ्ठला गुंतलो या सौसारी, बुवा श्री. दत्ता गोसावी, पखवाज - श्री. गणेश मेस्त्री или скачать в максимальном доступном качестве, которое было загружено на ютуб. Для скачивания выберите вариант из формы ниже:
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कै. प्रभाकर सिताराम पांचाळ भरणी श्राद्ध दि. २१-०९-२१ भजन बुवा श्री. दत्ता गोसावी, पखवाज - श्री. गणेश मेस्त्री :अभंगाचे बोल : विठ्ठला गुंतलो या संसारी | नाही आठवण तुझी श्रीहरी ||धृ|| बालपण गेले सुखात, तारुण्य आले धोक्यात | म्हातारपण आले दारात ||१|| गर्भवासी बहू कष्टलो | चौऱ्यांशी योनी फिरुनी आलो ||२|| तुका म्हणे जगा वेगळे | लटिक प्रपंच सारा ||३||